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......................शून्य.................... हमने कुछ लोगों को अक्सर शून्य मे ताकते देखा है, स्मृतियों मे खो कर उनका मौन रुदन भी देखा है। इच्छाएं सब शून्य हो जातीं, जिजीविषा शून्य सम होती है, ...