27 भाग
377 बार पढा गया
18 पसंद किया गया
।।श्रीजम्भवाणी को साद नवण प्रणाम।। आज फागण सुदी ग्यारस विक्रमी सम्वत् 2079 शुक्रवार तदनुसार तीन मार्च, 2023 को "जीवदया है पालणी, रूं हर्यो नहीं घावै" गुरु श्री जम्भेश्वरजी की मान वैश्विक ...