144 भाग
299 बार पढा गया
10 पसंद किया गया
स्वर्णमुखी छंद आधार-शेक्सपियर का सॉनेट दया और करुणा जहाँ, वह प्रियतम का गेह। प्रियतम का पावन हृदय, उन्नत मधुर विशाल। सेवा करता वह मनुज, प्राणि मात्र से स्नेह। जो पालित-पोषित सहज, ...