305 भाग
50 बार पढा गया
0 पसंद किया गया
सच्चा साथी एक था नौजवान। देखने में सुंदर, स्वस्थ और आकर्षक था, परंतु कुसंगत में बिगड़ गया था। एक दिन मौसम सुहाना था। भीनी-भीनी हवा चल रही थी। नौजवान छत पर ...