लेखनी कहानी -27-Jan-2023

305 भाग

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अनमोल रत्न है यह शरीर लाहौर में लाहौरी और शाहआलमी दरवाजों के बाहर कभी एक बाग़ था। वहाँ एक फ़क़ीर था। उसके दोनों बाज़ू नहीं थे। उस बाग़ में मच्छर भी ...

अध्याय

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