305 भाग
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अतिथि-यज्ञ एक बार उनके राज्य में भयानक आकाल पड़ा। भूख के मारे और दरिद्रता के सताए लोगों का राजा के यहाँ ताँता लग गया। राजा ने उनके लिए अनाज के भंडार ...