लेखनी प्रतियोगिता -03-Feb-2023 बाबुल तेरे आंगन की हूं कली

1 भाग

242 बार पढा गया

15 पसंद किया गया

शीर्षक-बाबुल के आंगन की कली बाबुल तेरे अंगने की कली, अब खिलने दो फली। बाबुल ने सींचा बड़े प्यार से, सुमुन में बनी इस संसार की। जब जवानी की ऋतु छाई, ...

×