तस्वीर,इश्क़ की खूटियाँ और जनेऊ--(कमलेश्वर की कहानी)

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वे तीन वेश्याएँ थीं। वे अपना नाम और शिनाख्त छुपाना नहीं चाहती थीं। वैसे भी उनके पास छुपाने को कुछ था नहीं। वे वेश्याएँ लगती भी नहीं थीं। उनके उठने-बैठने और ...

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