स्वर्णमुखी छंद

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स्वर्णमुखी छंद नहीं प्यार से डर लगता है। यह मन  को मतवाला करता। सब से प्यार किया करता है।  हाथ मिलाकर चलता रहता। सकल निसर्ग बहुत मनमोहक। अतिशय प्रिय प्यारा प्रभु ...

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